Contents
- 1 रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) क्या है? Blood Sugar Kya Hai?
- 2 सामान्य रक्त शर्करा स्तर – Normal Blood Sugar Level
- 3 अनियमित रक्त शर्करा स्तर का प्रभाव – Unregulated Blood Sugar Level Ka Prabhav
- 4 उच्च रक्त शर्करा स्तर के कारण – High Blood Sugar Level Ke Karan
- 5 निम्न रक्त शर्करा स्तर के कारण – Low Blood Sugar Level Ke Karan
- 6 रक्त शर्करा स्तर का प्रबंधन – Blood Sugar Level Ka Prabandhan
- 7 निष्कर्ष – Nishkarsh
रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) क्या है? Blood Sugar Kya Hai?
रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर आजकल लोगों में सबसे ज़्यादा प्रचलित बीमारियों में से एक है, जो हमारी सोच से कहीं ज़्यादा गंभीर समस्या है। अगर आपके शरीर में ब्लड ग्लूकोज का लेवल बार-बार कम या ज़्यादा हो रहा है, तो यह आपके लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, जो लोग ब्लड शुगर के लेवल में उतार-चढ़ाव का सामना कर रहे हैं, उन्हें अपने स्वास्थ्य पर ज़्यादा ध्यान देने और तुरंत डॉक्टर से परामर्श करने की ज़रूरत है।
हमारे ब्लड में पाई जाने वाली ज़रूरी शुगर को ब्लड शुगर कहते हैं। हमारे ब्लड में इसका मुख्य स्रोत हमारे द्वारा खाया जाने वाला भोजन है। आमतौर पर ब्लड शुगर को ग्लूकोज के नाम से जाना जाता है, जो हमारे शरीर में ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। इसके अलावा यह ग्लूकोज हमारे शरीर को उचित तरीके से कार्य करने में मदद भी करता है। हमारे शरीर में यकृत (लीवर), अग्न्याशय (पैनक्रियाज़) और छोटी आंत (स्मॉल इंटेस्टाइन) जैसे अंग इस जटिल प्रक्रियाओं में शामिल हैं, जो शुगर (ग्लूकोज) का अवशोषण करने के बाद इसे इकट्ठा करते हैं और शरीर के अन्य भागों तक पहुंचाते हैं।
सामान्य रक्त शर्करा स्तर – Normal Blood Sugar Level
हर बार जब हम खाना खाते हैं, तो हमारा ब्लड शुगर लेवल अलग-अलग होता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हम एक दिन में की जाने वाली अपनी शारीरिक गतिविधियों पर नजर रखें। हालांकि, हमें खाने के प्रकार और एक दिन में किए जाने वाले शारीरिक काम के बीच संतुलन बनाए रखने की ज़रूरत है। एक डेटा के अनुसार, आपका शुगर लेवल नॉर्मल होना चाहिए:
- जब आप सीधे सात से आठ घंटे तक खाना नहीं खाते हैं, तो आपका ब्लड शुगर लेवल 70 से 99 मिलीग्राम/डीएल. के बीच होता है, जिसे फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल कहते हैं।
- जब आप खाने के हर 2 घंटे के बाद अपना ब्लड शुगर लेवल टेस्ट करते हैं, तो यह 140 मिलीग्राम/डीएल. तक हो सकता है।
यह एक स्वस्थ इंसान में ब्लड शुगर लेवल की सामान्य रेंज है। सबसे पहले आपको यह जानने की ज़रूरत है कि कैसे इसका अनियंत्रित स्तर इंसान के अच्छे स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
अनियमित रक्त शर्करा स्तर का प्रभाव – Unregulated Blood Sugar Level Ka Prabhav
अनियमित रक्त शर्करा का स्तर आपके शरीर के लगभग हर हिस्से को प्रभावित करता है, जिसका आपके शरीर पर बुरा असर हो सकता है। यह जानने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं पर एक नज़र डालें।
- इससे प्रभावित व्यक्ति में किडनी खराब होने और किडनी से जुड़ी अन्य समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है।
- इसके कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है, जिससे किसी व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
- इससे प्रभावित व्यक्ति को पैरों में झुनझुनी और कम सनसनी महसूस होती है।
- इस स्थिति में किसी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।
- नसों की खराबी, जिसे आमतौर पर डायबिटिक न्यूरोपैथी भी कहा जाता है।
- सबसे खराब मामलों में कई लोगों को इसकी वजह से दृष्टि हानि का सामना भी करना पड़ सकता है।
जब किसी व्यक्ति के ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव होता है, तो उस व्यक्ति को शरीर में इन बुरे प्रभावों का अहसास हो सकता है। इस लेख में आगे आप उन चीजों के बारे में जानेंगे, जो आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेज करती हैं, जिससे आपका शारीरिक स्वास्थ्य खराब होने की संभावना ज़्यादा बढ़ जाती है।
उच्च रक्त शर्करा स्तर के कारण – High Blood Sugar Level Ke Karan
नीचे कुछ कारकों के बारे में बताया गया है, जो आपके ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने का प्रमुख कारण हैं:
कॉफी
अक्सर हम देखते हैं कि परीक्षा के दौरान बच्चे रात-भर जागते हैं और इस दौरान खुद को जगाने के लिए बच्चे ब्लैक कॉफी का सेवन करते हैं। जब आप एक कप ब्लैक कॉफी पीने के बाद अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करते हैं, तो आप अपने ब्लड शुगर लेवल में बदलाव पाएंगे। अगर आप इसमें चीनी नहीं मिलाते हैं, तो भी आपका शुगर लेवल सामान्य से ज़्यादा होगा। आमतौर पर इसका मुख्य कारण कैफीन यानी कॉफी को माना जाता है। ऐसे में डॉक्टर आपको ब्लैक कॉफी का कम सेवन करने की सलाह देते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, किसी व्यक्ति को ब्लैक कॉफी का सेवन सिर्फ तभी करना चाहिए, जब उस व्यक्ति को इसकी ज़्यादा ज़रूरत हो।
बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थ
कुछ लोग अपनी डाइट के प्रति जागरूक होते हैं और शरीर में फैट का लेवल कम करने के लिए शुगर-फ्री चीजें पसंद करते हैं। ऐसे लोगों के लिए कई खाद्य पदार्थ मौजूद हैं, जो शुगर फ्री पैकेजिंग के अंतर्गत आते हैं। अगर आप इनका नियमित रूप से सेवन कर रहे हैं, तो आप निश्चित रूप से अपने शुगर लेवल को बढ़ा हुआ पाएंगे। इन खाद्य पदार्थों में एस्पार्टेम और सुक्रालोज जैसे हानिकारक पदार्थ शामिल हो सकते हैं। ऐसे हानिकारक पदार्थों के कारण व्यक्ति में दिल की बीमारी और मोटापे जैसी कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
चाइनीज या इटैलियन व्यंजन
मौजूदा समय में युवा चाइनीज या इटैलियन खाना ज़्यादा पसंद करते हैं। खट्टा चिकन और पिज्जा जैसे व्यंजन खाने में स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन इनमें मौजूद ग्लूकोज आपके शरीर में ग्लूकोज लेवल को बढ़ाने के लिए काफी है। यही कारण है कि डॉक्टर और बुजुर्ग ऐसे खाद्य पदार्थों से बचने या कम मात्रा में लेने की सलाह देते हैं।
तनावपूर्ण दिनचर्या
तनावपूर्ण दिनचर्या आपके ब्लड शुगर लेवल पर बुरा प्रभाव डाल सकती है, जिससे बचने के लिए आपको अपने काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत है। इस तरह आप दिन भर के तनाव से मुक्त हो जाएंगे। अक्सर डॉक्टर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए मरीजों को खुश रहने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।
स्टेरॉयड और पानी की गोलियां
कई बीमारियों में स्टेरॉयड उपचार का एकमात्र विकल्प है। ऐसे में आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि ज़्यादा स्टेरॉयड शरीर पर बुरा प्रभाव डालते हैं। स्टेरॉयड किसी व्यक्ति के ब्लड शुगर लेवल को तेज करते हैं, इसलिए आपको स्टेरॉयड के सेवन से बचना चाहिए और अगर आप स्टेरॉयड ले रहे हैं, तो इन्हें कम से कम मात्रा में लेना सुनिश्चित करें।
अब आप उन सभी चीजों के बारे में जानेंगे, जो आपके ब्लड में शुगर के लेवल को कम करती हैं।
निम्न रक्त शर्करा स्तर के कारण – Low Blood Sugar Level Ke Karan
कई चीजें आपके ग्लूकोज के लेवल को कम करती हैं, जो इस प्रकार है:
गेहूं से बनी ब्रेड
गेहूं की रोटी या ब्रेड से सैंडविच और डोनट्स आदि जैसी कई चीजें बनाई जाती हैं। हम इनका सेवन बिना यह जाने करते हैं कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। अक्सर यह लो ब्लड शुगर लेवल का कारण बनते हैं, जिससे शरीर के कामकाज में रुकावट आती है।
फल
इसमें कोई संदेह नहीं है कि फल हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा हर चीज हमारे लिए नुकसानदायक है। तरबूज और अनानास जैसे कुछ फलों में ग्लाइसेमिक की कम मात्रा पाई जाती है, जो किसी व्यक्ति के ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
शकरकंद
शकरकंद आपके शरीर में ग्लूकोज के लेवल को कम करने में मदद करती है, क्योंकि इसमें अन्य फलों और सब्जियों की तुलना में ग्लाइसेमिक लेवल कम होता है।
ठंडे पानी की मछली
ठंडे पानी की मछली एक अन्य खाद्य पदार्थ है, जो आपके ब्लड में शुगर के लेवल को कम करती है और समय बीतने के साथ स्थिति को खराब करती है। इसके अलावा यह ज्यादातर मामलों में दृष्टि हानि के लिए भी जिम्मेदार होती है, जिसके कारण ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है।
यह चीजें आपके ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकती हैं। इसके अलावा लेख में आप ब्लड शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने के कई तरीकों के बारे में जानेंगे। इसके लिए आपको नीचे दिए गए विवरण की जांच करने की ज़रूरत है।
रक्त शर्करा स्तर का प्रबंधन – Blood Sugar Level Ka Prabandhan
ब्लड शुगर लेवल को प्रबंधित करने के लिए आप इन उपायों को इस्तेमाल कर सकते हैंः
रक्त शर्करा स्तर की निगरानी करें
हमारी आदतों का हमारे शरीर पर अच्छा और बुरा प्रभाव होता है। हालांकि, इन आदतों में कुछ बदलाव करके आप अपने ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं, जैसे-
शारीरिक व्यायाम
आपको अपने शरीर को एक्टिव रखने की ज़रूरत है। यह आपके ब्लड में ब्लड सर्कुलेशन के लेवल को आसान बनाता है, इसलिए ग्लूकोज लेवल को सुधारने के लिए सबसे अच्छा तरीका अपनी दिनचर्या में योग और शारीरिक व्यायाम के लिए एक स्लॉट जोड़ना है। आप कई तरह के व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं, जैसे नियमित चलना, ताई ची, शरीर का वजन मैनेज करना और योग आदि। इन अभ्यासों का पालन करने से आप अपने ब्लड शुगर लेवल में बदलाव महसूस करेंगे।
कार्ब सेवन का प्रबंधन
अपने द्वारा खाये जाने वाले हर खाद्य पदार्थ पर कड़ी नजर रखें। अपने लिए एक संतुलित आहार चार्ट बनाएं, ताकि आपकी शारीरिक ज़रूरत के हिसाब से आपको कुछ भी कम या ज्यादा न परोसा जाए। आपको रोटी, चावल, आलू जैसे खाद्य पदार्थों में ज्यादा कार्ब्स नहीं लेने चाहिए, क्योंकि इससे आपके ब्लड शुगर का लेवल कम या ज़्यादा होने की संभावना बढ़ सकती है।
तनाव के स्तर का प्रबंधन
आपको इस लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि सही तनाव प्रबंधन के लिए आपको काम और व्यक्तिगत जीवन कार्यक्रम के बीच स्थिरता स्थापित करने की ज़रूरत है। आपको अपने समय का प्रबंधन करने के लिए पूरी तरह से सक्षम होना चाहिए, ताकि किसी भी काम या खाने का आपके व्यक्तिगत जीवन पर कोई बुरा प्रभाव न हो। ऐसे में अपने तनाव के स्तर को प्रबंधित करने के लिए आप खाली समय में अपना शौक पूरा करना और सोते समय मन को संतुष्ट करने वाले गाने सुनने जैसे बहुत से काम कर सकते हैं।
रक्त शर्करा स्तर की निगरानी
सबसे ज़रूरी बात यह है कि किसी व्यक्ति को नियमित रूप से ग्लूकोज लेवल की निगरानी करनी चाहिए, ताकि शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम या ज़्यादा न हो। इसके लिए आप स्ट्रिप मीटर की मदद ले सकते हैं, जो ब्लड में शुगर जांचने की एक साधारण-सी प्रक्रिया है। इसके ज़रिए आप अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी कर सकते हैं, जिसकी प्रक्रिया का ज़िक्र लेख के अगले भाग में किया गया है:
घर पर अपने ब्लड में शुगर लेवल की जांच कैसे करें?
अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी घर पर आसानी से करना चाहते हैं, तो यहां कुछ चरण दिए गए हैं, जिनका पालन करने से आपको मदद मिल सकती है:
- अपने हाथों को गर्म पानी से धोएं और तौलिए की मदद से उन्हें सुखाएं।
- इसके बाद अपने डिवाइस के मीटर में एक जांच करने वाली पट्टी डालें।
- एक सिरे पर अपनी उंगली चुभोएं और इसे निचोड़ें, ताकि उसमें से खून निकल जाए।
- पट्टी पर खून की कुछ बूंदे गिराएं और अपने मीटर को देखें।
- मीटर आपके ब्लड में शुगर के लेवल को दिखाएगा।
इस तरह पारंपरिक तरीके की मदद से आप से आसानी से अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं। अपने ब्लड में शुगर लेवल की निगरानी के लिए संभावित तरीकों की जांच करना बहुत ज़रूरी है।
ज़्यादा पानी का सेवन
पानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रभावी तरीका है, जिन लोगों को अक्सर अपने ब्लड शुगर या ग्लूकोज के लेवल में उतार-चढ़ाव महसूस होता है। अगर आपको भी अपने शरीर में ग्लूकोज लेवल कम या ज़्यादा होने का अहसास होता है, तो पूरे दिन खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए आपको दिन में 3 लीटर पानी पीना बहुत ज़रूरी है। इससे न सिर्फ ग्लूकोज का लेवल नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, बल्कि पानी का सेवन किसी व्यक्ति के शरीर में मौजूद अन्य सभी खराबी को दूर करने में भी मदद करता है।
इन सभी तरीकों की मदद से आप शरीर में ग्लूकोज के लेवल में उतार-चढ़ाव की निगरानी कर सकते हैं और उसके हिसाब से इसका उपचार कर सकते हैं। अगर प्रारभिंक चरणों में ही इसका निदान नहीं किया जाए, तो यह किसी भी व्यक्ति में कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। इस बीमारी का कोई औषधीय उपचार मौजूद नहीं है, जो आपके स्वस्थ्य में पूरी तरह सुधार सुनिश्चित करता है। ऐसे में इसका एकमात्र उपाय सिर्फ आपकी आदतें है, जो आपके स्वास्थ्य को धीरे-धीरे सुधार सकती हैं।
निष्कर्ष – Nishkarsh
आखिर में आपके लिए सिर्फ यह जानना ज़रूरी है कि किसी भी प्रकार की समस्या से बचने के लिए आपको हमेशा अपने शरीर और स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए। आपको इस बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित होना चाहिए कि आपके द्वारा खाए जाने वाले कुछ खाद्य पदार्थ आपके शरीर पर क्या प्रभाव डाल रहे हैं। इसका सबसे अच्छा विकल्प अपने लिए एक संतुलित आहार चार्ट बनाना और हर उस चीज़ का ध्यान रखना है, जो आपके स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव डालते हैं। इसके लिए सबसे ज़रूरी है कि आपको उन तरीकों के बारे में पता होना चाहिए, जिनकी मदद से आप अपने शुगर लेवल को समय पर मॉनिटर कर सकते हैं। इस लेख में दी गई जानकारी ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव महसूस कर रहे सभी लोगों के लिए जानना बहुत ज़रूरी है।
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