Contents
- 1 निम्न रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया/लो ब्लड शुगर) क्या है? Hypoglycemia Kya Hai?
- 2 हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण – Hypoglycemia Ke Lakshan
- 3 हाइपोग्लाइसीमिया के कारण – Hypoglycemia Ke Karan
- 4 बचाव – Bachav
- 5 निदान – Nidan
- 6 हाइपोग्लाइसीमिया का उपचार – Hypoglycemia Ka Upchar
- 7 हाइपोग्लाइसीमिया – Hypoglycemia
- 8 मंत्रा केयर – Mantra Care
निम्न रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया/लो ब्लड शुगर) क्या है? Hypoglycemia Kya Hai?
आपका शरीर आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से तत्वों, खनिजों और पानी को निकालता है, जो ऊर्जा के मुख्य स्रोत हैं। ब्लड शुगर जैसे तत्व आपके शरीर के लिए सबसे ज़रूरी ईंधन में से एक हैं। इन तत्वों की अनुचित मात्रा में मौजूदगी या गैर-मौजूदगी अलग-अलग बीमारियों का कारण बन सकती है। यह बीमारियां आपके शरीर के लिए हानिकारक हैं और इन्हीं में से एक निम्न रक्त शर्करा यानी लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) है।
हाइपोग्लाइसीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपके शरीर में रक्त शर्करा या ग्लूकोज का स्तर सामान्य से ज़्यादा कम हो जाता है। रक्त शर्करा के स्तर में एक हद तक बढ़ोतरी या कमी पूरी तरह से सामान्य है। आपके रक्त शर्करा के स्तर में मामूली बदलाव ध्यान देने योग्य नहीं है क्योंकि इसमें आपको अपने शरीर में कोई बदलाव महसूस नहीं होता। हालांकि, अगर यह सामान्य सीमा से नीचे चला जाए, तो यह कम/निम्न रक्त शर्करा यानी हाइपोग्लाइसीमिया है।
70 मिलीग्राम/डीएल से कम रक्त शर्करा का स्तर हाइपोग्लाइसीमिया माना जाता है। हालांकि, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग हो सकता है और आपकी संख्या इससे अलग हो सकती है। ऐसे में अपने रक्त शर्करा के स्तर की कमी के बारे में जानने के लिए आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। जब आपका रक्त शर्करा का स्तर इससे नीचे गिर जाता है, तो आपको कुछ ज़रूरी कदम उठाते हुए इसे सामान्य सीमा पर वापस लाने की ज़रूरत होती है।
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण – Hypoglycemia Ke Lakshan
हर व्यक्ति में लो ब्लड शुगर के लक्षण अलग हो सकते हैं। ज्यादातर लोगों को हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण तब महसूस होते हैं, जब उनका ब्लड शुगर लेवल 70 एमजी/डीएल या इससे कम होता है। इसके निदान के लिए ज़रूरी है कि आप अपने लक्षणों को नोट करने के लिए समय निकालें। यह लक्षण हल्के, मध्यम या गंभीर भी हो सकते हैं और आमतौर पर डायबिटीज वाले लोगों में गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया पाया जाता है।
हल्के से मध्यम लक्षण
- दुविधा की स्थिति
- अस्थिरता
- धुंधली दृष्टि
- नींद और झपकी
- चक्कर आना
- पीलापन
- कमजोरी और थकावट का अहसास
- बेचैनी और घबराहट महसूस होना
- गैर-समन्वय
- बढ़ी हुई दिल की धड़कन
- ध्यान की कमी
आपका मस्तिष्क ग्लूकोज पर निर्भर है और हाइपोग्लाइसीमिया के कुछ लक्षण गंभीर हो सकते हैं, जिन पर तत्काल ध्यान देने की ज़रूरत है। इन लक्षणों वाले मरीजों को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा सहायता की ज़रूरत होगी।
गंभीर लक्षण
- बेहोश होकर गिरना
- सबसे खराब स्थिति में दौरे या कोमा
- सोते समय रोना
- खाने-पीने में असमर्थ
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण – Hypoglycemia Ke Karan
निम्न रक्त शर्करा यानी हाइपोग्लाइसीमिया शरीर में सामान्य रूप से कार्य करने के लिए ज़रूरी रक्त शर्करा की अनुपस्थिति है। कई कारणों से आपके रक्त शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर में गिरावट हो सकती हैं, जिनमें सबसे आम कारण डायबिटीज है।
रक्त शर्करा का स्तर कैसे नियंत्रित करता है?
आपके द्वारा खाया जाने वाला भोजन ग्लूकोज सहित अलग-अलग शर्करा अणुओं में टूट जाता है, क्योंकि आपके शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत ग्लूकोज ही है। ग्लूकोज या ब्लड शुगर इंसुलिन की मदद से रक्तप्रवाह से आपके शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है, जो एक अग्नाशय (पैंक्रियाज) हार्मोन है। पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाने से डायबिटीज कम रक्त शर्करा का कारण बन सकता है:
- डायबिटीज- टाइप I डायबिटीज में आपका शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है, जबकि टाइप II डायबिटीज में आपके शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रियाशील होती हैं। इन दोनों ही स्थितियों में आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसे ठीक करने के लिए यानी अपने रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के लिए आप इंसुलिन या कुछ अन्य दवाएं लेते हैं। ज़्यादा मात्रा में इंसुलिन आपके रक्त शर्करा के स्तर को बहुत कम कर सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है।
- कम खाना- हमारे शरीर में लीवर में ज़्यादा ग्लूकोज जमा होता है, लेकिन नियमित रूप से कम खाना निम्न रक्त शर्करा का कारण बन सकता है। ऐसा खासकर तब होता है, जब आपको डायबिटीज है।
- अत्यधिक शराब का सेवन- खाली पेट अत्यधिक शराब पीने से भी आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। आपके शरीर में बहुत ज़्यादा शराब आपके लीवर को आपके रक्तप्रवाह में जमा ग्लूकोज को छोड़ने से रोक सकती है और आपके लीवर को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
- दवा- कुनैन जैसी दवाएं लेने से भी रक्त शर्करा की मात्रा में कमी आ सकती है।
- भोजन की गुणवत्ता- कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट या फैट, प्रोटीन और फाइबर की संरचना वाला भोजन कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को प्रभावित करता है, जो हाइपोग्लाइसीमिया का कारण बन सकता है।
- हार्मोन की कमी- ग्लूकोज उत्पादन को नियंत्रित करने वाले हार्मोन की कमी भी निम्न रक्त शर्करा का कारण हो सकती है।
बचाव – Bachav
कुछ सावधानियां बरतकर आप निम्न रक्त शर्करा को रोक सकते हैं, जैसे-
- अपने ब्लड शुगर की नियमित जांच करें- इससे बचने के लिए आपको अपने ब्लड शुगर की निगरानी करने की ज़रूरत है, क्योंकि इससे आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि आपको कितना खाना और दवा खाने की ज़रूरत है।
- नियमित खाएं- संतुलित भोजन स्वस्थ जीवन की कुंजी है। लो ब्लड शुगर को रोकने के लिए कम समय में कार्बोहाइड्रेट की सही मात्रा के साथ भोजन करें, क्योंकि इससे आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने में मदद मिलेगी।
- शारीरिक गतिविधियां- डायबिटीज के मरीज़ को अपनी शारीरिक गतिविधि पर करीब से नज़र रखने की ज़रूरत है, क्योंकि यह गतिविधि के दौरान या बाद में रक्त शर्करा को कम कर सकता है। साथ ही कोई भी भारी व्यायाम करने से पहले अपनी हेल्थ केयर टीम से सलाह ज़रूर लें।
निदान – Nidan
अगर आप निम्न रक्त शर्करा के किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो आप अपने रक्त शर्करा स्तर का परीक्षण करके इसका निदान कर सकते हैं। साथ ही आप इससे यह भी जान सकते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। अगर आपको डायबिटीज नहीं है और आप ऐसी कोई दवा नहीं ले रहे हैं जिससे रक्त शर्करा में कमी आ सकता है, तो निम्नलिखित जानकारी के साथ अपने डॉक्टर के पास जाएं:
- अपने आहार में शामिल भोजन के साथ आप जिन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, उनकी लिस्ट बनाएं।
- व्यायाम सहित अपनी सभी दिनचर्या के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
इन जानकारियों के माध्यम से आपके डॉक्टर को निम्न रक्त शर्करा का कारण जानने या तय करने में मदद मिलेगी। आपके रक्त शर्करा और लक्षणों की जांच के लिए आपके डॉक्टर आपको कुछ घंटों के लिए भूखा कहने के लिए कह सकते हैं। अगर भोजन के बाद रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता है, तो आपके डॉक्टर आपके खाने के बाद आपके ग्लूकोज के लक्षणों का परीक्षण करेंगे।
हाइपोग्लाइसीमिया का उपचार – Hypoglycemia Ka Upchar
अगर आपको बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो, तो तुरंत अपने लो ब्लड शुगर का इलाज करें, क्योंकि इलाज नहीं किये जाने पर हाइपोग्लाइसीमिया गंभीर हो सकता है।
लो ब्लड शुगर के लिए तत्काल उपचार
तुरंत राहत के लिए 15 से 20 ग्राम तक लिक्विड कार्बोहाइड्रेट पिएं। ग्लूकोज जैसे तरल कार्बोहाइड्रेट बिना प्रोटीन या वसा के शर्करा होते हैं, जिन्हें तुरंत अवशोषित किया जा सकता है। आप तत्काल कार्रवाई के लिए ग्लूकोज की गोलियां या कैंडी भी आजमा सकते हैं, लेकिन कुछ ग्लूकोज लेने के 15 मिनट बाद अपने रक्त शर्करा के स्तर की दोबारा जांच करें। एक बार आपकी रक्त शर्करा का स्तर सामान्य होने पर कुछ स्नैक्स या भोजन खाने से आपके रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य करने में मदद मिल सकती है।
गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया के लिए उपचार
अगर आप खुद इसका इलाज नहीं कर सकते हैं, तो लो ब्लड शुगर को गंभीर माना जाता है। खाने या पीने में असमर्थ होने पर आपको किसी की मदद से ग्लूकोज (ग्लूकागन) इंजेक्शन की ज़रूरत होगी। ग्लूकागन का एक इंजेक्शन आपके रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य कर देगा। हाइपोग्लाइसीमिया के गंभीर मामलों में आप बेहोश हो सकते हैं, इसलिए आपके परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों को ग्लूकागन इंजेक्शन देने के बारे में पूरी जानकारी होना ज़रूरी है। इसके अलावा लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया वाले व्यक्ति को हमेशा अपने साथ हाइपोग्लाइसीमिया किट रखनी चाहिए। अगर आपके आस-पास ग्लूकागन शॉट उपलब्ध न हो, तो तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें।
हाइपोग्लाइसीमिया – Hypoglycemia
हाइपोग्लाइसीमिया की एक ऐसी स्थिति भी है, जिसमें मरीज़ को निम्न रक्त शर्करा के स्तर के बारे में जानकारी नहीं होती है। यह एपिनेफ्रीन स्राव ट्रिगर नहीं होने पर होता है, जो निम्न शर्करा के स्तर का पता लगाने में मदद करता है। एपिनेफ्रीन हार्मोन पसीना, धड़कन और चिंता का कारण बनता है। यह हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण हैं, जो मरीज़ को रक्त शर्करा के स्तर में गहरी गिरावट की चेतावनी देते हैं। लक्षण होने पर मरीज़ सिर्फ निम्न रक्त शर्करा का इलाज करने के लिए मापी गई कार्रवाई कर सकता है, लेकिन बिना जानकारी वाले या अनजान हाइपोग्लाइसीमिया दौरे के मामले में मरीज़ को बेहोशी या दिमागी नुकसान भी हो सकता है।
कुछ महीनों के लिए किसी भी शुरुआती हल्के लक्षणों से परहेज न करके कम रक्त शर्करा के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। यह आपके शरीर को निम्न रक्त शर्करा के स्तर पर प्रतिक्रिया करने के लिए प्रशिक्षित करेगा लेकिन अगर यह संभव नहीं है, तो अपने हेल्थकेयर डॉक्टर से बात करें।
मंत्रा केयर – Mantra Care
यदि आप मधुमेह से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो मंत्रा केयर मदद के लिए उपलब्ध है। किसी मधुमेह विशेषज्ञ से जुड़ने के लिए अपना निःशुल्क ऑनलाइन मधुमेह परामर्श सत्र अभी बुक करें।