Contents
- 1 खाली पेट रक्त शर्करा (फास्टिंग ब्लड शुगर) क्या है? Fasting Blood Sugar Kya Hai?
- 2 खाली पेट ब्लड शुगर टेस्ट कब करवाएं? Fasting Blood Sugar Test Kab Karvayein?
- 3 खाली पेट असामान्य ब्लड शुगर लेवल के जोखिम – Fasting Abnormal Blood Sugar Level Risk
- 4 ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल कैसे रखें? Blood Sugar Level Normal Kaise Rakhein?
- 5 मंत्रा केयर – Mantra Care
खाली पेट रक्त शर्करा (फास्टिंग ब्लड शुगर) क्या है? Fasting Blood Sugar Kya Hai?
आमतौर पर खाली पेट रक्त शर्करा (फास्टिंग ब्लड शुगर) का मतलब है, उपवास यानी आठ घंटे बाद आपके रक्त में मौजूद शर्करा की मात्रा। फास्टिंग ब्लड शुगर में इन आठ घंटों के दौरान आपको पानी के अलावा कुछ भी खाने-पीने से परहेज की सख्त हिदायत दी जाती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि फास्टिंग ब्लड शुगर के लेवल की सामान्य सीमा 70 से 100 एमजी/डीएल से अलग होती है। अगर आपका रक्त शर्करा का स्तर इससे ज्यादा है, तो आप डायबिटीज से पीड़ित हो सकते हैं।
डॉक्टर फास्टिंग शुगर को ज़्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि यह गैर-उपवास शर्करा स्तर (नॉन-फास्टिंग शुगर लेवल) के मुकाबले में एक भरोसेमंद संख्या है। अलग-अलग तरह का खाना खाने के बाद हमारे रक्त शर्करा के स्तर में अलग-अलग उतार-चढ़ाव आता है, जिसके कारण डॉक्टरों को आपके रक्त शर्करा के स्तर की सही मात्रा की तस्वीर नहीं मिल सकती है। आपके डॉक्टर आपके इंसुलिन प्रतिरोध की गणना करने के लिए उपवास शर्करा के स्तर की जांच के लिए कह सकते हैं।
खाली पेट ब्लड शुगर टेस्ट कब करवाएं? Fasting Blood Sugar Test Kab Karvayein?
हमारे द्वारा आठ घंटे तक बिना कुछ खाये रहने से शरीर में शर्करा का स्तर नीचे चला जाता है। इसके बाद लीवर हमारी रक्त वाहिकाओं में ग्लूकोज को इकट्ठा करता है, जो इंसुलिन की मदद से शरीर की कोशिकाओं में चला जाता है। अगर खाली पेट किये गए रक्त शर्करा के परीक्षण में आपका रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से ज़्यादा है, तो यह आपके शरीर में इंसुलिन की कमी को दर्शाता है और आपके डायबिटीज से पीड़ित होने की संभावना है।
आमतौर पर डायबिटीज का निदान करने के लिए खाली पेट रक्त शर्करा परीक्षण किया जाता है। आपको यह परीक्षण करने की सलाह तब दी जाती है, जब आप किसी भी डायबिटीज के लक्षण को महसूस कर रहे हों। इसके अलावा बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना, लगातार थकान होना और अचानक वजन कमी जैसे लक्षणों के दिखाई देने पर यह परीक्षण करने का सुझाव दिया जाता है। आप इस परीक्षण को प्री-डायबिटीज होने या नहीं होने का पता लगाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
खाली पेट असामान्य ब्लड शुगर लेवल के जोखिम – Fasting Abnormal Blood Sugar Level Risk
खाली पेट रक्त शर्करा का सामान्य स्तर 70 से 100 एमजी/डीएल के बीच होता है, लेकिन कई कारणों से रक्त शर्करा का स्तर कम या ज़्यादा हो सकता है, जैसे-
- अगर आपका रक्त शर्करा का स्तर 70 एमजी/डीएल से नीचे है, तो आपको निम्न रक्त शर्करा (लो ब्लड शुगर) यानी हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या हो सकती है।
- 100 एमजी/डीएल का रक्त शर्करा का स्तर प्रीडायबिटीज या बॉर्डरलाइन डायबिटीज के बारे में दर्शाता है।
- अगर रक्त शर्करा का स्तर 120 मिलीग्राम/डेसीलीटर है, तो रक्त शर्करा का यह स्तर डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल कैसे रखें? Blood Sugar Level Normal Kaise Rakhein?
अपना रक्त शर्करा का स्तर सामान्य रखना संभव है, लेकिन अगर आप रक्त शर्करा के स्तर को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करना चाहते हैं, तो आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करना ज़रूरी है, जो इस प्रकार हैः
सही आहार लें
पौष्टिक आहार खाने से आपके रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखने में फायदा हो सकता है। रक्त शर्करा को मैनेज करने के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप अपने दैनिक आहार में हरी सब्जियों और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फलों को शामिल करें। उच्च रक्त शर्करा (हाई ब्लड शुगर) यानी हाइपरग्लेसेमिया वाले लोगों को जूस से परहेज करना चाहिए और इसके बजाय साबुत फलों का सेवन करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपको अपने आहार में सभी विटामिन और मिनरल्स मिल सकें। अपनी कैलोरी की संख्या पर नज़र रखें और देखें कि आपको क्या पसंद नहीं है, क्योंकि अलग-अलग खाद्य पदार्थों का हर व्यक्ति पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। अगर आप अपने आहार को लेकर किसी समस्या का सामना करते हैं, तो आपको किसी अच्छे आहार विशेषज्ञ (डायटीशियन) या डायबिटीज विशेषज्ञ डायबिटोलॉजिस्ट) से परामर्श करना चाहिए।
हाई फाइबर वाले भोजन खाएं
डायबिटीज वाले लोगों को लो-शुगर और हाई फाइबर वाले खाने का सेवन करना चाहिए। फाइबर कार्बोहाइड्रेट के लिए एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि फाइबर से रक्त शर्करा को कम करने में मदद मिलती है, इसलिए आपको साबुत अनाज और हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता देनी चाहिए। इसके साथ ही आपको प्रोटीन और वसा युक्त खाद्य पदार्थ भी खाने चाहिए और अगर आप मांसाहारी हैं, तो पशुओं से मिलने वाले प्रोटीन का सेवन करें, जबकि शाकाहारी लोग हमेशा दालों का विकल्प चुन सकते हैं।
ज्यादा पानी पियें
आपके शरीर में बढ़ी हुई रक्त शर्करा यूरिन के ज़रिए को बाहर निकलती है, इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी दें। खूब सारा पानी पीना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि ऐसे करने से बार-बार पेशाब करने में मदद मिल सकती है और आप शरीर में अतिरिक्त शर्करा से छुटकारा पा सकते हैं।
तनाव कम करें
उच्च रक्त शर्करा (हाई ब्लड शुगर ) आपके शरीर के अंग को प्रभावित करती है, जिसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने और तनाव को कम करने के कुछ तरीके चुनें। इससे न सिर्फ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी बल्कि यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। आप अपने मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान या कोई खेलकूद की गतिविधि भी कर सकते हैं।
उचित नींद लें
अपने शरीर को उचित आराम देने के लिए आपको सात से आठ घंटे की नींद लेना ज़रूरी है। अगर आपका रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से ज़्यादा है, तो आप थका हुआ या कमजोर महसूस कर सकते हैं। उच्च रक्त शर्करा वाले लोगों के लिए अच्छी नींद लेना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि यह तनाव को कम करके आपको अच्छा महसूस कराएगा, जिससे आपके रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखने में मदद मिलती है।
नियमित व्यायाम करें
अध्ययन के मुताबिक नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने से आपके रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके लिए आप योग, एरोबिक्स या अपनी पसंद की कोई भी एक्सरसाइज चुन सकते हैं, जिसे रोजाना तीस मिनट तक करना ज़रूरी है। इसके साथ ही शारीरिक रूप से सक्रिय रहने और भोजन के बाद टहलने से भी आपके रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। एक्सरसाइज करने से स्वस्थ वजन बनाए रखने में भी मददगार है, जो रक्त शर्करा के स्तर को मैनेज करने में हमारी मदद करती है।
धूम्रपान छोड़ें
धूम्रपान करने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपके रक्त शर्करा का स्तर ज़्यादा है, तो इससे आंखों की बीमारी, दिल की समस्याएं, नसों के नुकसान आदि जैसी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको हर कीमत पर धूम्रपान बचने या छोड़ने की सलाह दी जाती है।
शराब से बचें
डॉक्टर द्वारा ऐसे व्यक्तियों को धुम्रपान के साथ ही शराब से परहेज का सुझाव दिया जाता है। अगर आप शराब का सेवन करते हैं, तो इसे मध्यम मात्रा में ही लें, क्योंकि शराब आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है।
इन बदलावों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से न सिर्फ आपको अपना ब्लड शुगर सही रखने में मदद मिलेगी, बल्कि ऐसा करने से आपका संपूर्ण स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। ऐसी समस्याओं से बचने के लिए नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच करवाना और किसी भी तरह की परेशानी या समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए।
मंत्रा केयर – Mantra Care
यदि आप मधुमेह से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो मंत्रा केयर मदद के लिए उपलब्ध है। किसी मधुमेह विशेषज्ञ से जुड़ने के लिए अपना निःशुल्क ऑनलाइन मधुमेह परामर्श सत्र अभी बुक करें।
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