Contents
- 1 मेटफॉर्मिन क्या है? Metformin Kya Hai?
- 2 टाइप-2 डायबिटीज के लिए मेटफॉर्मिन – Type-2 Diabetes Ke Liye Metformin
- 3 मेटफॉर्मिन के कार्य – Metformin Work
- 4 मेटफॉर्मिन के दुष्प्रभाव – Metformin Ke Side Effects
- 5 मेटफॉर्मिन कैसे कम करें? Metformin Kaise Kam Karein?
- 6 मेटफॉर्मिन के कारण – Metformin Ke Karan
- 7 मेटफॉर्मिन के गंभीर दुष्प्रभाव – Metformin Ke Serious Side Effects
- 8 मेटफॉर्मिन की सीमाएं – Metformin Limitations
- 9 मंत्रा केयर – Mantra Care
मेटफॉर्मिन क्या है? Metformin Kya Hai?
विशेषज्ञों के अनुसार, मेटफॉर्मिन एक प्रभावी है, लेकिन कुछ मामलों में फायदे के बजाय मेटफॉर्मिन के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मेटफॉर्मिन को हाई ग्लूकोज लेवल का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन हर दवा की तरह मेटफॉर्मिन के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं। यह डायबिटीज मेलिटस या शुगर डायबिटीज के कारण होने वाली एक प्रकार की समस्याएं हैं, जिसे टाइप-2 डायबिटीज कहते हैं। इस प्रकार के डायबिटीज में अग्न्याशय (पैनक्रियाज़) द्वारा उत्पादित होने वाला इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं में शर्करा पहुंचाने में असमर्थ होता है, लेकिन मेटफॉर्मिन की मदद से यह उचित रूप से काम कर सकता है। इसका इस्तेमाल एक प्रकार की ओरल एंटीडायबिटिक दवा के तौर पर किया जाता है, जिसे सल्फोनील्यूरिया कहते हैं। इससे इस्तेमाल से इंसुलिन के साथ ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
इस ओरल एंटीडायबिटिक दवा से आपके हाई ग्लूकोज लेवल को सुधारने में मदद करती है। साथ ही यह देखना होता है कि ऊर्जा बनाने के लिए आप भोजन का कैसे इस्तेमाल करते हैं। कई लोग आहार और व्यायाम की मदद से टाइप-2 डायबिटीज को मैनेज कर सकते हैं। इसके अलावा डायबिटीज होने पर खासतौर से नियोजित भोजन, दिनचर्या और व्यायाम का नियमित पालन करने से मदद मिल सकती है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप किसी भी स्थिति में इसकी दवाओं का सेवन कर रहे हों।
ठीक से काम करने के लिए आपके द्वारा ली जाने वाली मेटफॉर्मिन की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। यह आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन की मात्रा, प्रकार और आपकी गतिविधि की मात्रा के खिलाफ है। आहार और व्यायाम में बदलाव करने के बाद आपको ग्लूकोज के स्तर की जांच के लिए ग्लूकोज परीक्षण करना होगा। इस प्रकार आप ग्लूकोज परीक्षण से प्राप्त हुए नतीजों की मदद से अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। इससे आप यह जान पाएंगे कि ग्लूकोज का स्तर ज़्यादा गिरने पर आपको क्या करना चाहिए।
टाइप-2 डायबिटीज के लिए मेटफॉर्मिन – Type-2 Diabetes Ke Liye Metformin
मेटफॉर्मिन से इंसुलिन पर निर्भर या टाइप-1 डायबिटीज वाले मरीजों की मदद नहीं की जा सकती है, क्योंकि ऐसे मरीजों की अग्न्याशय ग्रंथि इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होती है। इस स्थिति में उनके ब्लड ग्लूकोज को इंसुलिन इंजेक्शन की मदद मैनेज किया जा सकता है।
मेटफॉर्मिन एक निर्धारित दवा है, जिसका इस्तेमाल टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में किया जाता है और सही मात्रा में उपयोग नहीं करने से मेटफॉर्मिन के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसमें बिगुआनाइड्स दवाओं की एक श्रेणी शामिल है, जिसमें टाइप-2 डायबिटीज वाले व्यक्तियों में शर्करा (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से ज़्यादा बढ़ जाता है। मेटफॉर्मिन की मदद से डायबिटीज को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसकी मदद से आपके ग्लूकोज़ लेवल को सुरक्षित लेवल तक नीचे ज़रूर लाया जा सकता है।
मेटफॉर्मिन का सेवन लंबे या निर्धारित समय करना चाहिए। हालांकि यह हल्के और गंभीर नुकसान का कारण बन सकता है, जिसमें आंखों की रोशनी का नुकसान या कलर ब्लाइंडनेस आदि समस्याएं शामिल हैं। यह नुकसान पुरुषों और महिलाओं दोनों में समान हैं, जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है। साथ ही आपको पता होना चाहिए कि इसके लिए अपने डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए।
मेटफॉर्मिन के कार्य – Metformin Work
कई हेल्थ केयर प्रोवाइडर मरीजों के लिए मेटफॉर्मिन को निर्धारित करते हैं, क्योंकि इससे भोजन के बाद आपके ग्लूकोज लेवल यानी पोस्टप्रैन्डियल ग्लूकोज को कम करने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर के बेसलाइन ग्लूकोज लेवल को बनाता है, जिसे बेसल ग्लूकोज कहते हैं। यह दोनों अनुमान प्रीडायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज के लिए ज़रूरी हैं।
हालांकि, ग्लूकोज पर नियंत्रण रखना चाहिए, क्योंकि यह दवा शरीर में इंसुलिन का लेवल नहीं बढ़ाती है, बल्कि शरीर द्वारा अवशोषित और उत्पादित ग्लूकोज की मात्रा को कम करती है। यह लीवर में ग्लूकोज का उत्पादन कम करके ग्लूकोज का लेवल नीचे लाती है। इससे इंसुलिन के प्रति शरीर की संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद मिलती है, जिससे हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से हमारे शरीर द्वारा अवशोषित ग्लूकोज की मात्रा को कम किया जा सकता है।
मेटफॉर्मिन लेने के लिए मानक समय (स्टेंडर्ड टाइम) सबसे अच्छा है। मानक समय का मतलब इसे दिन में हर दो या तीन बार भोजन के साथ लेना है. क्योंकि भोजन के साथ लेने से मेटफॉर्मिन के संभावित नुकसानों को कम किया जा सकता है।
मेटफॉर्मिन के दुष्प्रभाव – Metformin Ke Side Effects
कई लोगों में मेटफॉर्मिन से दुष्प्रभाव देखे गए हैं। यह दुष्प्रभाव कई कारणों से हो सकते हैं और इनमें से कुछ बहुत हल्के होते हैं। यह पहली बार दवा लेने से संबंधित होते हैं, जिससे बीमारी और पेट में दर्द, गैस, सूजन और डायरिया जैसी पेट की समस्या होती है। मेटफॉर्मिन के साइड इफेक्ट वाले व्यक्तियों में कुछ समस्या बुनियादी हैं, जबकि कई लोगों को मेटफॉर्मिन ज़्यादा मात्रा में लेने से गैस्ट्रिक डिस्ट्रेस या कभी-कभी धुंधली दृष्टि की समस्या भी होती है। इसलिए डॉक्टर शुरुआत में इसकी थोड़ी मात्रा निर्धारित करते हैं और कुछ समय बाद इसकी डोज़ बढ़ाते हैं।
बहुत से लोग मेटफॉर्मिन की शुरुआत थोड़ी मात्रा यानी दिन में एक बार 500 मिलीग्राम से करते हैं और कई हफ्तों तक प्रतिदिन कम से कम 1500 मिलीग्राम डोज़ होने तक बढ़ाते हैं। दवा की इतनी मात्रा लेने से पेट खराब होने की संभावना कम होती है। इसके अलावा मेटफॉर्मिन को शुरू करने के बाद पूरा फायदा महसूस होने में समय लग सकता है। ऐसे में अपने डॉक्टर से मेटफॉर्मिन के इस्तेमाल और नुकसान की जानकारी लेने से इन लक्षणों से बचा जा सकता है। साथ ही आप इससे अपने आहार पर भी नज़र रख सकते हैं।
मेटफॉर्मिन कैसे कम करें? Metformin Kaise Kam Karein?
मेटफॉर्मिन को कम करने के निम्नलिखित तरीके हैं, जैसे-
शरीर को इंसुलिन के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाना
मेटफॉर्मिन को इंसुलिन सेंसिटाइज़र भी कहते हैं। इंसुलिन अग्न्याशय में बनने वाला एक हार्मोन है, जो कार्बोहाइड्रेट्स को ब्लड ग्लूकोज में बदलता है। इंसुलिन के माध्यम से यह ब्लड ग्लूकोज ऊर्जा में बदल जाता है और कोशिकाओं को कार्य करने के लिए ज़रूरी ऊर्जा प्रदान करता है। जब ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा ज़्यादा हो जाती है, तो कोशिकाएं ग्लूकोज को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाती हैं और ब्लड शुगर का विकास होता है। इसे इंसुलिन प्रतिरोध भी कहते हैं, जो डायबिटीज होने की संभावना रहती है। मेटाफॉर्मिन से इंसुलिन सेंसिटाइज़र के तौर पर इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद मिलती है। इस प्रकार कोशिकाएं ग्लूकोज को ज़्यादा पर्याप्त रूप से अवशोषित और इस्तेमाल कर सकती है, जिससे आपके ब्लड शुगर की मात्रा कम हो जाती है।
शर्करा (शुगर) के अवशोषण को कम करना
शरीर में ग्लूकोज के प्रवेश का प्रमुख तरीका आपके द्वारा खाया गया भोजन है, जो शरीर में ग्लूकोज का निर्माण करता है। आप द्वारा खाये गए खाद्य स्रोत और पिए गए पेय पदार्थ आपके पाचन तंत्र और पेट से होते हुए आपकी आंतों तक जाते है। आंतों में कई पोषक तत्व आपके रक्तप्रवाह में अवशोषित हो जाते हैं, जैसे ग्लूकोज। मेटफॉर्मिन पाचन अंगों के ज़रिए ग्लूकोज के अवशोषण को कम करती है यानी आपके रक्तप्रवाह में ग्लूकोज की कम मात्रा बनती है।
शुगर का कम उत्पादन करना
हम सभी जानते हैं कि हम जिन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, वह शरीर में ग्लूकोज का निर्माण करते हैं। क्या इस स्थिति में आपको कभी महसूस हुआ कि आपका शरीर सामान्य रूप से ग्लूकोज का उत्पादन करता है? ज़्यादातर ग्लूकोज का उत्पादन लीवर में होता है और लीवर उत्पादित ग्लूकोज की मात्रा को कम करके काम करता है। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार मेटफॉर्मिन लीवर में ज़्यादातर हिस्से के लिए काम करता है, जबकि अन्य शोधकर्ताओं का मानना है कि आंतों में मेटफॉर्मिन की गतिविधि आमतौर पर ज़रूरी होती है। हालांकि, डायबिटीज वाले व्यक्तियों के नतीजे बताते हैं कि मेटफॉर्मिन की मिली-जुली गतिविधि ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार करती है।
मेटफॉर्मिन के कारण – Metformin Ke Karan
कई स्थितियों में बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करने पर मेटफॉर्मिन के नुकसान लैक्टिक एसिडोसिस का कारण बन सकते हैं। इस एसिड के दिखाई देने वाले यह लक्षण जल्दी और गंभीर होते हैं। यह तब होता है, जब कुछ स्वास्थ्य समस्याएं दवाओं से संबंधित नहीं होती हैं। यह दिल का दौरा, किडनी खराब होना या आंखों की समस्याओं जैसे कारणों के लिए भी बहुत गंभीर है।
लैक्टिक एसिडोसिस के लक्षण दिखाई देने पर आपको तत्काल आपातकालीन चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। यह दवा कुछ महिलाओं में पूर्व रजोनिवृत्ति (प्रीमेनोपॉज़ल) यानी समय से पहले मासिक धर्म की शुरुआत का कारण बन सकती है, जिन्हें नियमित रूप से महीने-दर-महीने पीरियड ओव्यूलेट नहीं होते हैं। इससे गर्भधारण की संभावना बढ़ सकती है और ऐसी स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से जन्म नियंत्रण (बर्थ कंट्रोल) विकल्पों के बारे में बात करनी चाहिए।
मेटफॉर्मिन दवा के नुकसानों के कारण निम्न रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया) की समस्या हो सकती है। यह तब ज़्यादा सामान्य है, जब इस दवा को विशेष दवाओं के साथ लिया जाता है। आपको कम ग्लूकोज़ का उपचार बेहोशी (ड्रॉप) से पहले करना चाहिए। व्यक्तियों को कम ग्लूकोज के अलग-अलग लक्षण महसूस होते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आपको अपने लक्षणों की सही और पूरी जानकारी हो, ताकि आप समय पर उनका इलाज कर सकें। कम ग्लूकोज के इलाज के लिए सबसे आदर्श दृष्टिकोण के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
लैक्टिक एसिडोसिस के लक्षण:
- पेट या पेट की परेशानी
- भूख कम लगना
- डायरिया
- तेज या कम सांस चलना
- बेचैनी महसूस होना
- मांसपेशियों में गंभीर दर्द या ऐंठन
- असामान्य नींद, थकान या कमजोरी
मेटफॉर्मिन के गंभीर दुष्प्रभाव – Metformin Ke Serious Side Effects
हालांकि, यह दवा ज़्यादा गंभीर नुकसान का कारण बन सकती है, जो असामान्य हैं। इन्हीं में से एक सबसे गंभीर समस्या लैक्टिक एसिडोसिस है, जो रक्त में लैक्टिक एसिड बनने से होने वाली स्थिति है। यह स्थिति रक्त में बहुत ज़्यादा मेटफॉर्मिन जमा होने पर हो सकती है। यह पुरानी या तेज गुर्दे की समस्याओं के कारण भी होता है, जैसे- डिहाइड्रेशन। अत्यधिक तीव्र हृदय विफलता (एक्सट्रीम एक्यूट हार्ट फेलियर) या लीवर की गंभीर समस्याएं भी लैक्टेट असंतुलन ला सकती हैं। मेटफॉर्मिन के साइड इफेक्ट कम ग्लूकोज यानी हाइपोग्लाइसीमिया के खतरे को भी बढ़ा सकते हैं।
ऐसा खासतौर से उन लोगों में देखा जाता है, जो इंसुलिन और ड्रग्स लेते हैं या जो इंसुलिन स्राव को बढ़ाते हैं, जैसे सल्फोनीलुरिया। इसके अलावा इसका अन्य कारण अत्यधिक शराब का सेवन भी माना जाता है। हालांकि, ब्लड ग्लूकोज मीटर के साथ सामान्य जांच भी कम ग्लूकोज के लेवल को रोकने में मदद करती है।
मेटफॉर्मिन का लंबे समय तक इस्तेमाल विटामिन बी 12 के अवशोषण को ब्लॉक कर सकता है, जिससे एनीमिया की कमी हो सकती है। कभी-कभी व्यक्तियों को अपने खाने की दिनचर्या से भी विटामिन बी12 बढ़ाने की ज़रूरत होती है। कई लोगों के लिए मेटफॉर्मिन के नुकसान हल्के और कम समय के लिए होते हैं।
मेटफॉर्मिन की सीमाएं – Metformin Limitations
मेटफॉर्मिन के सेवन से आपमें कुछ वेरियेबल लैक्टिक एसिडोसिस का खतरा बढ़ जाता है। अगर इनमें से कोई भी वेरियेबल आपको प्रभावित करते हैं, तो इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से उनके बारे में बात करना सुनिश्चित करें।
किडनी संबंधी समस्याएं
आपके गुर्दे (किडनी) आपके शरीर से मेटफॉर्मिन को खत्म कर देते हैं, लेकिन अगर आपके गुर्दे ठीक से काम नहीं करते हैं, तो आपके सिस्टम में मेटफॉर्मिन से होने वाला नुकसान का स्तर ज़्यादा होगा। यह आपके लैक्टिक एसिडोसिस के खतरे को बढ़ाता है और अगर आपको हल्के या मध्यम गुर्दे की समस्याएं हैं, तो डॉक्टर आपके लिए मेटफॉर्मिन की कम डोज़ के साथ शुरू कर सकते हैं।
अगर आपको गुर्दे की ज़्यादा समस्या है या आप 80 साल या उससे ज़्यादा उम्र के हैं, तो मेटफॉर्मिन आपके लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है। मेटफॉर्मिन लेने से पहले और बाद में हर साल डॉक्टर आपके गुर्दे के काम का परीक्षण करेंगे।
हृदय की समस्याएं
डॉक्टर तीव्र हृदय विफलता (एक्यूट हार्ट फेलियर) और दिल के दौरे (हार्ट अटैक) वाले व्यक्तियों को मेटफॉर्मिन नहीं लेने की सलाह देते हैं। कई मामलों में दिल गुर्दे को पर्याप्त रक्त नहीं भेजता और आपके गुर्दे को आपके शरीर से मेटफॉर्मिन निकालने से रोकता है। गुर्दे यह सामान्य रूप से करते हैं, जिससे आपके लैक्टिक एसिडोसिस का खतरा बढ़ता है।
लीवर की समस्याएं
लीवर की गंभीर समस्या वाले व्यक्तियों को मेटफॉर्मिन नहीं लेना चाहिए। आपका लीवर आपके शरीर से लैक्टिक एसिड को साफ करता है। ज़्यादा लीवर की समस्याएं लैक्टिक एसिड के निर्माण का कारण बन सकती हैं, जिससे मेटफॉर्मिन फायदे के बजाय दुष्प्रभाव का कारण बन सकती है। हालांकि, यह एसिड आपके लैक्टिक एसिडोसिस के खतरे को विकसित करता है। मेटफॉर्मिन आपके शरीर में कई प्रकार के खतरे को बढ़ाती है, इसलिए अगर आपको लीवर की समस्या है, तो इसका सेवन आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
शराब का सेवन
मेटफॉर्मिन के बुरे प्रभावों में मेटफॉर्मिन लेते समय शराब पीना शामिल है, जो आपके निम्न रक्त ग्लूकोज़ या निम्न रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया) के खतरे को बढ़ा सकती है। इससे आपके शरीर में लैक्टिक एसिड के स्तर को बढ़ाकर लैक्टिक एसिडोसिस का खतरा भी बढ़ाती है। इसलिए, मेटफॉर्मिन लेते समय आपको बहुत ज़्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए। इसमें लंबे समय तक शराब का इस्तेमाल नुकसान पहुंचाने वाले कारणों में शामिल है। अगर आप शराब पीते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें कि मेटफॉर्मिन लेते समय आपके लिए कितनी शराब सुरक्षित है।
सर्जिकल या रेडियोलॉजिकल प्रक्रियाएं
अगर आप आयोडीन कंट्रास्ट का इस्तेमाल करने वाली सर्जरी या रेडियोलॉजी प्रक्रिया की योजना बना रहे हैं, तो आपको प्रक्रिया से 48 घंटे पहले मेटफॉर्मिन लेना बंद कर देना चाहिए। ऐसी प्रक्रियाएं आपके शरीर से मेटफॉर्मिन के नुकसानों को कम होने से रोक सकती है, जिससे आपका लैक्टिक एसिडोसिस का खतरा बढ़ सकता है। परीक्षण में गुर्दे के काम सामान्य पाए जाने पर ही आपको प्रक्रिया के बाद मेटफॉर्मिन लेना जारी रखना चाहिए।
मंत्रा केयर – Mantra Care
यदि आप मधुमेह से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो मंत्रा केयर मदद के लिए उपलब्ध है। किसी मधुमेह विशेषज्ञ से जुड़ने के लिए अपना निःशुल्क ऑनलाइन मधुमेह परामर्श सत्र अभी बुक करें।